White रूठ गया मेरा चाँद जैसे अमावस की रात हो बात सिर्फ़ वोही अच्छी जिसमे चाहत की बात हो मिलती हो तुम रोज़ मेरी मंज़िल की तरह लिखते हैं तुम्हारे हुस्न पर शयारी किसी साहिल की तरह खिलखिलाती हुई मुस्कान है तुम्हारी भड़काती हुई जवानी हुई जवानी है तुम्हारी हम भीग गए बिन बारिश तुम्हारे यौवन में तुम्हारी काली ज़ुल्फ़े जैसे सावन की बरसात हो आज बस जी रहे हैं तुम्हारी यादों के सहारे ना जाने कब आएँगी हमारे मिलन की बहारे देख रहे हैं आसमान की सितारे मेरी तन्हाई को मानो तुम्हारी विदाई में सज़ी तारों की बारात हो 💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞 🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 ©Sethi Ji रूठा यार मनाना आसान नहीं होता सिर्फ़ इश्क़ करने से कोई महान नहीं होता ।। जिस गली से आती हैं हसीनों की हँसाने की आवाज़ उन राहों पर आज कल हमारा मकान नहीं होता ।। जो समझता हैं हमारी दिल की बात को वोह मोहब्बत को जान कर भी अनजान नहीं होता ।।