दीन ए इस्लाम ----------- जितने लोगों को निकलना है निकल जाओ कारवां तुम्हें फिर से इस चौखट पर लेकर आएगी अफसोस करोगे अपने फैसले पर आंसू भी तुझे ना पहचाने गी जो बात करता है दीन ए इस्लाम का उससे क्यों हिंदू की बू आ रही फर्क क्या रहा इस्लाम और हिंदू में वह भी तो जाति की गुण गा रही छोड़ दो सारी तकरीरें थाम लो भगवा का हाथ माफ नहीं करेगी तुम्हें तुम्हारा दीन ए इस्लाम..? ©Bablu Raj Divy दीन ए इस्लाम..? #ramadan