इतिहास सी हुई जिंदगी, राजनीति सी शाम-2
हिंदी साहित्य सी खिंची हुई है, मेरी उम्र तमाम-2
सुबह किरण ने दिया गुणनफल, सुख का दुख का भाग
जोड़ दिया आंहों में आंसू, घटा प्रीत का भाग
प्रश्नचिन्ह ही मिले सदा से, मिला न पूर्ण विराम
हिंदी साहित्य सी खिंची हुई है, मेरी उम्र तमाम-2
जन्म-मरण के डांवाडोल में , ये हुई जिंदगी कैद
डांवाडोल के साथ खुल रहे , ये जीवन के सब भेद #Sa#Paas#JalFlute