जरा मुस्कराइये .... यह इश्क का शहर है कहीं दिल 💞 लगाईये ... छोडिय़े ये खिलाफत की बाते नजरें 👀 मिलाइये.... ये "विशाल"..... जाट नखरे बाज है 😛 जरा नखरे उठाइये ..... Dr.Vishal Singh वात्सल्य ख़ुद से ख़फ़ा क्यों रहते हो, हमसे जुदा क्यों रहते हो! #ख़ुदसेख़फ़ा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi