"तुम्हें तो आना ही था लौटकर कभी न कभी, अपने वादे जो छोड़ गये थे यहाँ जाते-जाते। बहती हवा कान में तुम्हारे फुसफुसाती होगी, क्या छोड़ कर चले आये हो, वो बताती होगी, तुम्हें तो आना ही था मुड़कर कभी न कभी, अपनी यादें जो छोड़ गये थे यहाँ जाते-जाते। सफ़र की तन्हाई नये-नये किस्से सुनाती होगी, क्या सुना नहीं तुमने, हकीक़त समझाती होगी, तुम्हें तो आना ही था भटककर कभी न कभी, अपनी हदें जो छोड़ गये थे यहाँ जाते-जाते।।" 💮कृपया ध्यान रखिएगा की हमारे साथ COLLAB करते टाइम आपका "COLLAB" का option भी ON हो। अन्यथा आपकी एंट्री प्रतियोगिता से बाहर हो जाएगी🙏। आज की प्रतियोगिता के लिए आज हमारे शब्द हैं 🌸". " tumhe to aana hi tha " #mk_32 इन शब्दों को प्रयुक्त करते हुए कविता, शायरी या किसी अन्य रूप में रचना कीजिये। 👉 कृपया ध्यान दीजिएगा इस प्रतियोगिता में तीन विजेताओं का चयन किया जाएगा। 👇 💮1. दो लाइन की रचना के विजेता का 💮2. चार लाइन की रचना के विजेता का