जाने किसको मैं क्या क्या लगता हूँ! क्या सच्ची मैं जान बला लगता हूँ! तुमने ये कह कर छोड़ा बुरा हूँ! फिर क्यों कहती थी अच्छा लगता हूँ! लाख समंदर है मेरी आँखों में! फिर भी सब को,मैं प्यासा लगता हूँ! डर है तो छोड़ो ये चुप्पी तोड़ो ! सुनो बोलो तो कैसा लगता हूँ! वैसे तुम तो चंदा सा दिखती हो! मेरा क्या मैं इक धब्बा लगता हूँ! मुझे खोने का खौफ़ नहीं उस को! मैं उसको बेहद सस्ता लगता हूँ! जिस ने भी जाना है उसको "जाज़िब"! कहते हैं उसका साया लगता हूँ! #ग़ज़ल #nojotobbsr #nojotovibes #jaajib #poetry #hindiurdupoetry #ghazal #sheroshayari #writersofig #igwriters