क्या जरूरी था उसदीन तुम्हारा चले जाना, कितनी अधूरी बातें थी कहने को, अब कभी फुरसत में रहो तो बताना, दिल चाहता है तुमसे दिल की बहुत सारी बातें सुनाना, और फुरसत में रहोगे तो कुछ तुम भी कहना ना, मुझे भी सुनने का मन है तुमसे कुछ नया कुछ पुराना जिंदगी का फसाना... क्या ज़रूरी था... #स्नेह_के_साथी #साथी #mywritingmywords #mywritingmythoughts #क्याज़रूरीथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi