माना कि खानकाह-ए-गोसाई, कि कोई औकात नहीं! फिर भी है गुरूर गजनी सा, कि अता करना खैरात नही!! @चंचल चमन ©Goswami Pintu Giri माना कि खानकाह-ए- गोसाई #SunSet