हकीकत से रूबरू हो चुके हैं अब कोई ख़्वाब सजाना नहीं है बहुत की हैं गलतियां पहले अब उन्हें दोहराना नहीं है जो समझे वो ठीक अब किसी को समझाना नहीं है जो लोग पीछे छूट गए अब किसी को मनाना नहीं है अब समझ गए हैं वजूद अपना दूसरों के लिए खुद को मिटना नही है ©T4_tanya_ #Nightlight