#OpenPoetry तू आज भी याद आता है अभी भी याद आता हैं । जब कभी भी देखता हु किसी को तो सब मे तेरा चेहरा नजर आता है एक बार नही हर बार मेरे साथ ये क्यो हो जाता है तुझे याद करके पता नही मेरा दिल क्यो रोता है । रातो मे आज भी भी तेरे सपने आते है तू मेरी है.. बस मेरी यही क्यो जताते है ? समझ नही आता तू दिल मे है या दिमाग मे क्योकी दिल ने तो जैसे अब धड़कना बन्द ही कर दिया है दिंमाग ने ज्यादा सोचना ही बन्द कर दिया है आखे तो जैसे तुम्हरा इन्तज़ार ही कर रही है सायद.. तेरे जाने का इन्हें भी सदमा लगा है पहले रहती थी मुस्कुराहट मेरे चहेरे पर हरदम अब तो जैसे खुशियों ने मुझसे नाता ही तोड लिया है लगता था... मुझे पहले अन्धेरे से डर लेकीन अब तो जैसे उनसे रिस्ता ही जोड़ लिया है हा मानता हु.. की मैं काबिल नही हु तेरे फिर भी खुद को धीरे धीरे बदल रहा हु क्या पता बदल ही जाए तकदीर मेरी ..बस इसी आस मे जी रहा हु तू आदत है या जरुरत बन गयी है मेरी.. यह बात अभी भी खुद से पूछ रहा हु तेरा बस एक बार दिदार कर लू.. अब तो मन यही चाहता है तुझपर आज भी उतना ही प्यार आता है तू मिल तो सही मुझे एक बार .की मैं बताऊ तुझे की तू मुझे आज भी याद आता है आज भी याद आता है #OpenPoetry तू मुझे आज भी याद आता है