ह याद है मुझे, उस पहली मुलाकात की, पहली एहसास की पहली पंक्ति "तू सिर्फ मेरी है " ये कह के जो तू कुछ देर के लिए ठहर गया था । ये तेरी नटखट आखें कुछ देर के लिए सिमट गया था। ह बेसक आँसुओ की बरसात तो नहीं हुई मगर बादल छा गया था। फिर कुछ देर का वो सन्नाटा जब टूटा तो मानो बातों का सैलाब आ गया था। गंगा घाट का किनारा और डूबता हुआ सूरज, मोनो हमारी नयी जिदंगी का प्रतिक बन रहा था। मेरी हर बातों पे हा कहना और फिर उसे सुधारते ये कहना कि तू अभी बच्ची है किसी नएपन का एहसास दिला रहा था। फिर ठलते शाम के साथ हमारा रिश्ता भी ठलते गया, हर नए सुबह के साथ रिश्ता भी गहरा होता गया। ह मुझे याद है पहली मुलाकात की हर बातें। ©Rajshi Raj #Love #ह मुझे याद है #शायरी #प्यार