अभी कल की ही तो बात है तुमने दिल तोड़ा था अब खुद ही पूछते हो ये टुकड़े किसके हैं उड़ते फिरते थे कभी हम इन बहारों में तुम्हारे ही संग आज उन बहारों से ही पूछते हो ये निशां किसके हैं। Shalini Saxena ©Shalini geetika #Nishaan