तू साँझ की लाली मैं तेरा सूरज हूँ, तू सुबह की खुशहाली मैं तेरा पूरब हूँ। तू ओस की बूंदें मैं तेरा नीरज हूँ, तू हवा मतवाली मैं तेरा ही सब हूँ। ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के :) ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की। ♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।