किसागोतमी की कहानी एक समय की बात है किसा गौतमी नामक एक स्त्री का पुत्र मर गया । इस बात से वह इतनी दुखी हुई कि वह अपने बच्चे को गोद में लिए नगर की सड़क पर घूम घूम कर लोगों से प्राथना करने लगी की कोई उसको पुत्र को जीवित कर दे ।एक भला आदमी उसे बुद्ध जी के पास ले गया । बुद्ध ने कहा । मुझे एक मुट्ठी सरसों के बीज लाकर दो। मैं तुम्हारे पुत्र को जीवित कर दूं गा । किसा गौतमी बहुत प्रसन्न हुई । पर जैसे ही वह बीज लाने के लिए जाने लगी तभी बुद्ध जी उसे रोका और कहा । ये बीज एक ऐसे घर से मांग कर लाना ।जहां किसी की मृत्यु न हुई हो। किसा गौतमी एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे गई लेकिन वह जहां भी गई उसने पाया की हर घर में किसी न किसी के पिता, माता, बहन, भाई ,पति ,पत्नी, बच्चे , कि मृत्यु हो चुकी थी । वह वापस बुद्ध जी के पास आई। और कहा ऐसा कोई घर नहीं है। जहां किसी की मृत्यु न हुई हो । ©ADIL Zafar किसा गौतमी की कहानी। #promiseday