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अगर दोस्ती सिर्फ़ ये कहने से होती कि ' यार तू मेर

अगर दोस्ती सिर्फ़ ये कहने से होती कि
 ' यार तू मेरा दोस्त है '
तो जनाजे़ पर भी दोस्तों का सैलाब होता

©Asmita Singh Other side of Friendship Day
अगर दोस्ती सिर्फ़ ये कहने से होती कि
 ' यार तू मेरा दोस्त है '
तो जनाजे़ पर भी दोस्तों का सैलाब होता

©Asmita Singh Other side of Friendship Day
asmitasingh6549

Asmita Singh

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Other side of Friendship Day #विचार