सोचा तो कुछ यूँ था कि, जो मेरा हिस्सा होगा..... उसे हम आपस में बांट लेंगे, पर क्या करे, अब जो तू मेरे साथ नहीं तो तेरी यादों के सहारे ही जिंदगी काट लेंगे... इतना आसान तो ना होगा, तुझे भूल पाना, शायद तू भी मुझे, इतनी आसानी से ना भूल पायेगी, ज़ब जब तेरी याद आएगी, आँखों में आँसू देकर जाएगी... हम लोगों के बीच कुछ ही हो पायी बात, शायद इतना ही था हमारा साथ.... मेरी हर प्रार्थना में तेरा नाम रहेगा, मेरे दिल में हमेशा तेरा सम्मान रहेगा.... #ekयादपुरानी... कुछ महीनों की कहानी...