ऑफलाइन भी रहा, और जगता भी रहा,, खफा भी रहा, और सोचता भी रहा.. नींद जाती रही, याद आती रही,,, कभी रोता रहा, कभी मुस्कुराता रहा.! ऑफलाइन भी रहा और जगता भी रहा #MukabbirAhmad #Nind