गांव.... मम्मी मम्मी पापा को बोलो ना कि इस बार गरमी की छुट्टियों में गांव जायेंगे गांव में हरियाली हैं कच्ची मिट्टी के मकान हैं दादा दादी,नाना नानी चाचा-चाची, मामा मामी हैं प्रदूषण मुक्त मृदु हवा हैं तालाब में कमल हैं नदी में नाव हैं झर झर बहता हुआ झरना है अपार आनंद का लुत्फ उठायेंगे मम्मी मम्मी प्लीज पापा को बोलो ना कि इस बार गरमी की छुट्टियों में गांव जायेंगे.... गांव जायेंगे......! डॉ.मो. सहिदुल इस्लाम चेन्नई। #hindipoem #meragao #village