माना कि तू नहीं है मेरे सामने पर तू मेरे दिल में बसता हैं मेरे हर दुख में मेरे साथ होता है और हर सुख में मेरे साथ हसता है Imran khan Ik माना कि तू नहीं है मेरे सामने