भगवान श्री कृष्ण और बलराम की बहन थी राजरानी सुभद्रा। पिता वासुदेव और माता रोहिणी की लाडली पुत्री थी सुभद्रा। रैवतक पर्वत के प्रसिद्ध उत्सव में घूमने के लिए गयीं थी सुभद्रा। उत्सव में वीर अर्जुन के तेज को देखकर मोहित हो गयीं सुभद्रा। एक दूसरे को देखकर मन ही मन चाहने लगे अर्जुन और सुभद्रा। बलराम ने दुर्योधन के साथ सुभद्रा का विवाह निश्चित था किया। श्रीकृष्ण ने मन की बात जान अर्जुन को अपहरण का उपाय सुझाया। शादी से पहले गौरी मंदिर गयीं वहीं से अर्जुन ने अपहरण कर लिया। श्रीकृष्ण के कहने पर ही सुभद्रा ने स्वयं अर्जुन का रथ था चलाया। इस कारण द्वारपाल न रोक सके, जाकर बलराम को तुरंत बताया। क्रोधित बलराम को हकीकत बताकर श्रीकृष्ण ने क्रोध शांत कराया। श्रीकृष्ण के समझाने पर ही बलराम ने धूमधाम से उनका ब्याह रचाया। सुभद्रा ने द्रोपदी को बड़ी बहन माना, द्रोपदी ने भी सहर्ष गले लगाया। द्रोपदी कृष्ण को अपना सखा व भाई मानती थी छोटी बहन बनाया। सर्वश्रेष्ठ धनुर्धारी अर्जुन की पत्नी और अभिमन्यु की मां बन गौरव पाया। वीर अभिमन्यु ने महाभारत के युद्ध में चक्रव्यूह को तोड़ वीरगति पायी। -"Ek Soch" #yqbaba #yqdidi #myquote #openforcollab #collabwithmitali #mahabharat_charitra #raajrani_subhadra Time limit till 11:59 pm tonight... No word limit You have to maintain these hashtags Kindly keep the bell icon on to get recent updates... Results will be out tomorrow along with new topic...