तिरी मासूमियत से दिल मिरा उकता गया है जाँ। कभी मुझको परेशाँ कर कभी मुझसे शरारत कर।। तिरी मासूमियत से दिल मिरा उकता गया है जाँ। कभी मुझको परेशाँ कर कभी मुझसे शरारत कर।। #RhythmPoetry #MaaN #Love #Regret #Shayari shefalii*😊