आसमान के चांद में तेरा अक्श दिखता है हमसे नाराज लम्हा हर वक्त मिलता है यू तो तिजारत होती नहीं प्यार-ए-यार की मगर.. मिले अच्छे दाम तो यहां दर्द भी बिकता है ©रामवीर गंगवार #रामवीर #रामवीर