कहीं गोरहा तो कहीं चूल्हा हम बिगाड़ देते थें। जमीं में, खोने के डर से, खिलौने गाड़ देते थें। बहुत अजीब थें बचपन की वो सारी बातें, जब हम थूक से स्लेट को मिटार देते थें। गोरहा- भूसे को लड्डू के तरह बाँधकर बनाई गई गोली जिसे खाने बनाने के काम में लिया जाता था। मिटार- मिटका देना #yqdidi #yqbachpan #nirajnandini