इक अरसे बाद उस दर से गुजरना हुआ जिसकी वजह से दर से बेदर हुए दिल बैचेन हो उठा , आंखों ने देखते हुए भी कुछ न देखा , क़दम चलते गए इक डर था की कही कि दिल बिखर न जाए आंखे रो न दे और कदम रुक न जाए क्यों कि बड़ी मुश्किल से संभाला है खुदको कहीं फिर से खो न दे OPEN FOR COLLAB✨ #ATcandledoorbg • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.