Nojoto: Largest Storytelling Platform

ये कैसी बेचैनी है और ये कैसी बेताबी है तुझसे मिलन

ये कैसी बेचैनी है और ये कैसी बेताबी है 
तुझसे मिलने की दिल मै ये जगती कैसी बदमाशी है 
तू दूर सही पर पास है क्यों,क्यों साथ तेरी परछाई है 
तू संग चला ऐसे जैसे मेरे संग चली अभिलाषा है 
मन को मेरे छलने वाले क्यों दूर खड़े मुस्काते हो 
मेरी ये तड़प और बेचैनी क्या तुझको इतना भाती है 
क्यों न मिलने का दर्द दिया क्यों मिलकर प्यार जताते हो 
दर्द भरी तन्हाई में क्यों तुम इतना इठलाते हो
क्या कहु तुझे क्या बतलाऊ तुझको कैसे मै समझाऊ 
दुरी बढ़ने से पहले आ जा देर कही न हो जाये
तेरी प्यारी मुस्कानो में हँसी मेरी न खो जाये 
जितना तू खुश है उतना मुझसे भी थोड़ा सा प्यार जता 
की मे तेरी मुस्कान बनु और तू बाहो का हार सजा 
तू पास मेरे आजा इतना न तन्हाई का पता चले 
तेरे प्यारे चंचल नैनो का मुझको ऐसा जाम पिला 
जैसे तेरी प्यारी सी हँसी वैसी ही हो जाऊ मै 
ये अरमानो का बोझ मेरे मन से घटा ज़रा 
तू बने प्यार की अटल धरा और मै तेरी प्यारी सी छटा

©AARTI Xyz
  #mountain chhata
aartixyz5967

AARTI Xyz

New Creator

#mountain chhata #Poetry

123 Views