मुश्किल है समझाना उन आंखों को जिनके हाथों में छाले है घर जिनके सड़को पर बहते बगल में नाले है तुम रो सकते हो कह सकते हो तुम जैसे हालात नही लकड़ी के गठ्ठर पकड़े न पाँव में चप्पल न बदन पे कपड़े कुछ के है मां बाप नही ख्वाब का कोई पंछी जब रोटी बुनने जाएगा कूड़ों के झोले वाला भी तब सपने भर के आएगा ©Sarthak dev #sunrays #गरीबी #ग़रीब_बच्चे