स्वप्न है उमर रहा उद्देश का दरकार है रात्री के अंधकार में कैसा ये प्रकाश है दिव्यमई ज्योत मे भाव का भंडार है स्वप्न है उमर रहा उद्देश का दरकार है मन मे है उथल पुथल कैसा ये भाव है जीवन है अस्त व्यस्त आत्मा खुदार है इंद्रियों के बीच में फंस गया संसार है इंद्रियों से जो परे वो ही तो महान है स्वप्न है उमर रहा उद्देश का दरकार है Your quote bibi Yq hindi YQbaba Best YQ Hindi Quotes Best of YourQuote Poetry #life #lifequotes Please red in captions स्वप्न है उमर रहा उद्देश का दरकार है