नजर कोई आता नही कब तक हम चुपचाप रहे अब सहा जाता नही करीब हो अपना सा कोई सुख दुख जिससे बाँट सके जीवन के कुछ लम्हो को बाते करके भी काट सके राज़दारी का तो ज़माना नहीं रहा है। ऐसे में दिल की बात किस से की जाए। लेकिन इस के विपरीत कोई न कोई ऐसा ज़रूर होता है जिस से हम अपने दिल की बातें कह सकें। #किससेकहें #yqdidi #yqbqba #collab ............. भाषा ज्ञान