माँ के दूध की मिठास में घुलकर जो ध्वनियां दिल तक पहुँचती हैं ना वही तो हमारी मातृभाषा होती है। हमारी मातृभाषा की मिठास के कुछ नमूने पेश करता हूँ----- : 1. कोई मित्र सुबह से कुछ लेने के लिए ख़ूब प्रयास कर रहा हो पर उसका काम न बने तो उसको ताने मारते हुए ----- 'मिल गए पेड़े"और लेगा 😁😁😁😁😝😝😝 2. झां घिंलोंटे लेवे आओ 😁😁😁😝😝🙄🙄🙄🙄 3. दो लोगों में झगड़ा हो जाए एक दूसरे को पीट दे तो तीसरा---- 😁 है गई पूजा 😝😝😝 उतर गई आरती।🙄🙄😁 4. अगर ट्रैफिक चालान हो जाये तो साथी मज़ाक उड़ाते हुए....