Jai Shri Ram पूरी प्रभु की शिक्षा होते। विदा करें सब रोते-रोते।। राम संग में चारों भाई। देख सभी माता हर्षाई।। मुदित हो गयी सकल अयोध्या। प्रमुदित अरु दिवा संग संध्या।। शेष कल या दो दिन पश्चात मेरे ब्लॉग पर ©Bharat Bhushan pathak #jaishriram hindi poetry on life love poetry for her love poetry in hindi poetry in hindi poetry