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कबीर सोई पीर है जो जाने पर पीर । जो पर पीर न जानई

कबीर सोई पीर है जो जाने पर पीर । जो पर पीर न जानई  सो काफिर बेपीर ॥
 अर्थ: कबीर  कहते हैं कि सच्चा पीर – संत वही है जो दूसरे की पीड़ा को जानता है जो दूसरे के दुःख को नहीं जानते वे बेदर्द हैं – निष्ठुर हैं और काफिर हैं. #WorldEnvironmentDay Kabir ji ke Dohe
कबीर सोई पीर है जो जाने पर पीर । जो पर पीर न जानई  सो काफिर बेपीर ॥
 अर्थ: कबीर  कहते हैं कि सच्चा पीर – संत वही है जो दूसरे की पीड़ा को जानता है जो दूसरे के दुःख को नहीं जानते वे बेदर्द हैं – निष्ठुर हैं और काफिर हैं. #WorldEnvironmentDay Kabir ji ke Dohe