"पत्थर हूं मगर दूर से चमकुंगा, "तेरे पैरों कि पायल हूं मगर सिंदूर से चमकुंगा; "कभी आ जाए मेरी याद तो छत पर निकल आना; "मैं अंधेरे में भी बहुत दूर से चमकुंगा; "मैं चांद हूं पर किसी रोशनी का मोहताज थोड़ी हूं; "तू सूरज है मैं तेरे नूर से चमकुंगा। ~ विपिन कुमार #Patthar #Payal #Sindoor #Yaad #Chand #Roshni #Suraj #Noor #Shayari #Poetry #Nojoto