कब तक रखेगी छुपाकर... जज़्बात अपने इश्क़ के... आज हूँ भी मैं यहां सुनने को और कल... कल क्या फ़ायदा जो करेगी तलाश मुझे मिलने को.... जिन्दा रहा ग़र तो ठीक... बेइन्तहां ख़ुशी... और अग़र नही रहा तो.. तुझे तेरे इश्क़ की हद का पता चलेगा ।। #mylifemylines