दुनिया में आना था उसे भी। नाम कुछ कमाना था उसे भी।। आखिर क्यों मार दिया तूने उसको ज़िन्दगी से पहले, इस ज़माने को कुछ कर दिखाना था उसे।। कुछ ना कर सके वो इतनी भी कमजोर नही। तेरी सोच छोटी है दिल उसका चोर नही।। आखिर क्यों दिया तूने मार उसे , उसकी जिंदगी थी तेरी डोर नही।। निसार मलिक मत मारो गर्भ में उसको...