भूल गई थी मैं वो वादें जो खुद से किए थे अकेले में कि नहीं पड़ना कभी इस झमेले में। भूल गई थी मैं अपना वो हाल जो हुआ था पिछली बार जब दिल टूटा था बेबाक। Today I was revisiting the work of Gulzar Sahab. While I was trying to comprehend the emotions behind his poems , these lines came to my mind. #happybirthdaygulzar #yqbaba #yqdidi #hindipoetry