ए ज़िन्दगी हमें,अपने पराए का फर्क बता गयी, जीना हैं कैसे ज़िन्दगी, ए तर्क बता गयी,, हम नादान परिन्दे थे इस जग में,,, हमारे हालात ही, जिन्दगी की मर्म बता गयी वो जिन्दगी ही क्या जिसकी कोई कहानी ना हो।।।।। वो जवानी ही क्या जिसकी कोई रवानी ना हो।। ।।। #love #sad#poems#qutose#