मुझे मेरे हाल में जी लेने दो यारों फटेहाल फिर पी लेने दो यारों हालात गमगीन हैं छक के रो लेने दो यारों थिगरियां लगी हैं जो, उसे सी लेने दो यारों घिसती हुई चप्पलों पे छाले पड़ जाने दो यारों जो ज़ख्म हंस रहे हैं मेरे ऊपर, उन्हें खिलखिलाने दो यारों चेहरे पे तकदीर की झुर्रियां बयां हो जाने दो यारों कांपते हाथों से दो चार कप चाय गटक जाने दो यारों जो गुजर रही हैं दास्तां, उन्हें तल्लीनता से सुनाने दो यारों हम आज हैं कल क्या हो, इस फ्रिक को भूल जाने दो यारों। vipin'श्रीdaas' #हाल_ए_दिल #मेरी_चाहत #सफर_ए_ज़िन्दगी #meltingdown