◆◆◆◆◆ "खोज" ◆◆◆◆◆ एक अजीब ललक है जेहन में खुद को "खोज" लेने की, बैठ कर अकेले कहीं बस ख़ुद को खुद में घोल लेने की, बहुत देख ली अब ये साथ देने वाली झूठी दुनियादारी, बस अब तो "खोज" है ख़ुद के साथ ख़ुद को समेट लेने की, बड़ी शिद्दत से किया है जिसका इंतज़ार इन लंबी राहों पे, अब बड़ी ललक लगी है एक मंजिल को "खोज" लेने की, प्यास बुझ जाए बस अब इस रूह की उस पानी से, चाह बस इतनी सी है अब उस पानी को "खोज" लेने की !! A.S #NojotoQuote