ख़ुशी और गम तुम्हारे दिये हुए खुशी को फूल समझके सम्हालकर रखें हम तुम्हारे दिये हुए गम को कांटा समझके दिल में छुपाकर रखें हैं हम तुमसे शिकायत क्या करूँ, वक्त ने भूलाया मेरे हर गम अब तो तुम्हारे खुशी में ही रहतीं हूँ खुश हरपल # जिंदगी नही है सिर्फ गम की कहानी इसमे कांटों के साथ, कुछ फूल भी खिलते