जिन्हें तराश के हमने रखा है मंदिरों के द्वारों पर आज हम को हि नचाते हैं वो इशारों पर जिनको पूजा में इबादत में दुआ में माँगा वे भंवर मे छोड़ , हमे बैठे है किनारों पर #love #इश्क़ #तुम #life #poetry #सौरभ_सहज मंदिरों के द्वारों पर उर के बंद द्वारों पर #मसालाकोट #ग़लतहै