तै मोर दिल के रानी, मैं तोर अगोरा करथव जी, जब बात तोर से नई होवय ता, मन-ए-मन सुररथव जी, मान जा मोर सजनी, मैं तोर बिन अधूरा जी, मैं करथव तोर अगोरा, बन जा मोर सुवारी जी, तै मोर दिल के सजनी, आजा मोर दुलारी जी, DLA ©Durgesh Kumar DLA