तुमने उसे अपने चुटीली लफ़्फ़ाजी से बहुत बड़ा कर दिया ! जैसे मूंगफली को बादाम और तिल को ताड़ कर दिया ! होस में आओ मत बांटो अफ़वाहों को जाने कितने मासूमों को तुमने गुनहगार कर दिया ! अपने इल्म पर इतराना बन्द करो ऐ क़लम नवीसों सच लिखो और सच बताओ क्या तुमने फ़ैसला कर लिया ! और अब कितना कहूँ बुरा मान जाओगे "पाठक" इसीलिए तुमने मुह बन्द कर लिया ! कभी कभी बात कुछ भी नहीं होती लेकिन बात बहुत बड़ी कर लेते हैं हम। #ज़रासीबात #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi