एक शायर के लिए दूसरे का जाना ऐसे ही होता है, जैसे जमी का हिल जाना🥵 निशा बांकी है आज भी तेरे इस मिट्टी में देख यहां बेचैनी बहुत है। तेरे जाने पर ए राहत,, खुदा की बेरहमी बहुत है©अरुणाkp® #raahatindori #aruna #berang