अगर तुम होते तो जिंदगी होती। तुम नहीं हो..फ़िर भी बस जिए जा रही। अगर तुम होते तो मुझमे जान होती। मेरे साथ मेरी आखे भी मुस्कुरा रही होती। मेरे बोलने का कोई मतलब होता, तुमसे लिपट के रो पाती, ये उदासी न होती। अगर तुम होते तो मैं खुद को तुम्हारी आखो में जैसी हूँ वैसा देख पाती। अग़र तुम होते तो.. नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzcinemagraph पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳