मत पूछ आलम तू मेरी बेखुदी का कहीं तू मुरीद न हो जाये मेरी बंदगी का अब रोके न मुझे कोई ,एकतरफा ही सही करनी है मुझे ये हंसी खता जान ले तू मेरे लब्जों से दिल की दासता #NojotoQuote nojoto hindi poetry # nojoto hindi shayri