आज इतने बुरे बने हुए हम लोग इंसानियत से हटे हुए हम लोग रोड पर तड़पता हुआ एक इंसान और फोटो खींचते हुए हम लोग मिट्टी भी मैली कर डाली हमने किस मिट्टी के बने हुए हम लोग भूख से बिलखते हुए कुछ बच्चे चेहरे पे केक मलते हुए हम लोग ज़ुल्म होता हुआ घर के बाहर खिड़की बंद करते हुए हम लोग -Saad Ahmad हम लोग