उलझन (अनुशीर्षक में पढ़ें) उलझन उलझन से भरी है ज़िंदगी, आसान नहीं है इसे जीना फ़िर भी तुम रहो सकारात्मक, क्यूँ बेवजह दर्द का घूंट पीना तुम्हारे खुद के अंदर छुपा है,