"पागलपन अपना" ...................................... "वैरागी मन" लाके पहनाए कभी बालों में शौक से गजला है ये तो बाबरा हुआ मन का पागलपन अपना है "वैरागी मन" को जिस जिस ने कहा अपना सजना है प्रतीक्षा ही उसका चूड़ी और कंगना है "वैरागी मन" का होने का मतलब खुद के साथ ठहरना है क्योंकि ..................... "वैरागी मन" का तो प्रेम का मात्र एक ही गहना है आजीवन सबरी बन तपना है और मीरा बन रहना है ©khushboo kumari #pathik #Path