ये जो पहने जा रहे है ये लिबाज है ही नही! आज वो पुराना समाज है ही नही! बच्चो को वैदो का ज्ञान है ही नही! आज के प्रेम मे मिरा और राधा सी बात है ही नही! क्यूकी एक दुजे पर विश्वास है ही नही! पहले गुरू कुलो मे शिष्टाचार थे आज बच्चो के मन मै शिक्षको के लिऐ आदर सम्मान है ही नही और कुछ लोग कहते है लिबाज से इज्जत परखी जा रही है तो आप निकलो कभी ऐसे लिबाज पहनकर लोग आपको शब्द बोलेगे क्यूकी उनको देख तारीफ करे ऐसी उनमे कोई बात है ही नही! और ये प्राकृतिक रचना है इसे ढके बगैर शोषण का कोई समाधान है ही नही! all of you guy's U known me 👑Name.of.king👑 ©kt #libaaz