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कोहरे की है धुंध बहुत चारों ओर बहाना है, मंजिल तुझ

कोहरे की है धुंध बहुत
चारों ओर बहाना है,
मंजिल तुझसे अब दूर नहीं,
बस दो पग आगे जाना है।।

©Chaudhary Manish #DoPag Poetry lines
#chaudhary_manish
कोहरे की है धुंध बहुत
चारों ओर बहाना है,
मंजिल तुझसे अब दूर नहीं,
बस दो पग आगे जाना है।।

©Chaudhary Manish #DoPag Poetry lines
#chaudhary_manish